Published on: 19 Nov 2025
आईजीयू में अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में छह दिवसीय अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) का आयोजन किया गया जिसका विषय "कृषि और स्वास्थ्य सेवा में एआई और प्रिसिजन टेक्नोलॉजी का एकीकरण" है। यह कार्यक्रम कंप्यूटर साइंस और टेक्नोलॉजी विभाग तथा जीव प्राणी विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित और AICTE ट्रेनिंग एंड लर्निंग अकादमी (ATAL) के सहयोग से प्रायोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर असीम मिगलानी एवं कुलसचिव प्रोफेसर दिलबाग सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर सत्येंद्र बल ने एफडीपी का परिचय देते हुए इसके उद्देश्य और महत्व पर प्रकाश डाला।
सह-समन्वयक प्रोफेसर पंकज कुमार त्यागी ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम की रूपरेखा और आगामी सत्रों की जानकारी साझा की। कार्यक्रम के प्रथम दिन विशिष्ट व्याख्यान के मुख्य वक्ता प्रोफेसर दिनेश कुमार, प्रिंसिपल साइंटिस्ट (बायोटेक्नोलॉजी), ICAR-IASRI, नई दिल्ली ने “Precision Medicine: Tailoring Healthcare with Genomics Solutions” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि कैसे जीनोमिक्स आधारित समाधान स्वास्थ्य सेवाओं को व्यक्तिगत स्तर पर अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
प्रोफेसर पंकज कुमार त्यागी ने “Reflection and Integration: Leveraging Articles and Journals for Smart Farming using Machine Learning and Precision Solutions” विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने समझाया कि शोध लेखों और जर्नल्स का उपयोग कर मशीन लर्निंग व प्रिसिजन टेक्नोलॉजी से स्मार्ट खेती को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है।
इस उद्घाटन सत्र ने कृषि और स्वास्थ्य क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं प्रिसिजन टेक्नोलॉजी के समन्वय की संभावनाओं को उजागर किया। प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों के विचारों से नई दिशा प्राप्त की और आने वाले दिनों में होने वाले सत्रों के प्रति उत्साह व्यक्त किया।
समन्वयक प्रोफेसर सत्येंद्र बल ने बताया कि यह एफडीपी न केवल शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक साबित होगा, बल्कि कृषि एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।